Saturday,May 29,2010 01:29 [IST]
योग शिविर संपन्न पटियाला &
[First Published AM (01:2//[IST])
योग शिविर संपन्न पटियाला &
[First Published AM (01:2//[IST])
Last Updated 1:34 AM [IST](29/05/2010)] - दैनिक भास्कर
योग के प्रति लोगों की सोच में आमूल—चूल परिवर्तन आया है। यह परिवर्तन मात्र भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में देखने को मिल रहा है। इन विचारों का उल्लेख दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी मोहनपुरी ने युवा परिवार सेवा समिति की ओर से आयोजित पांच दिवसीय योग शिविर के अंतिम दिन लोगों को योग करवाते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर स्वामी ने भ्रामरी प्राणायाम सिखाया। भ्रामरी आसन अष्टांग योग के अंतिम दो चरणों—ध्यान व समाधि को सिद्ध करने में विशेष प्रभावशाली है। शिविर में फ्यूचर टेक के सीएमडी अमरेंद्रा गोबिंद राव, समिति के प्रधान जसबीर सिंह, महासचिव जगतार सिंह, डा. हरिंदर कौशल, हरजिंदर सिंह संधू व अन्य शामिल हुए।
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http://www.bhaskar.com/article/PUN-OTH-569240-1010864.html




युवा परिवार सेवा समिति की ओर से आयोजित योग शिविर के दूसरे दिन हजारों लोगों ने योग के महत्व पूर्ण गुणों के बारे में जानकारी ली। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी मोहनपुरी ने बताया कि योग से मस्तिष्क को बहुत लाभ होता है। शरीर में जाने वाली कुल ऑक्सिजन का 15 प्रतिशत भाग मस्तिष्क ले लेता है। इसलिए जितना अधिक ऑक्सिजन शरीर में जाएगा, उतना अधिक मस्तिष्क को पहुंचेगा। विलक्षण योग के विशेषता है कि इसे करने से श्वास प्रक्रिया व तंत्र सशक्त होते हैं। उन्होंने कहा कि विलक्षण योग संपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य लाभ व मन की शक्तियों को जाग्रित करने का अद्भुत साधन है। योग संपूर्ण शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सिद्ध करने की वैज्ञानिक पद्धति है। स्वामी मोहनपुरी ने बताया कि प्रतिदिन एक—एक, दो—दो करके योगिक क्रियाएं बढाई जाएंगी तथा पांचवें दिन तक शास्त्रों में वर्णित उत्कृष्ट प्राणायाम में सिद्ध कर दिया जाएगा। कैंप में हजारों की संख्या में शहर वासी पहुंच रहे है। योग से अपने कष्टों को दूर कर रहे हैं।




